लक्सर (हरिद्वार)- वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी हरिद्वार में लक्सर रोड पर ढाबा रेस्टोरेंट दूध और दूध उत्पादन इकाई और किराना दुकानों का निरीक्षण किया। जहां से लैब विश्लेषण के लिए दूध से बने उत्पाद जैसे मावा, वही मसाले में लाल मिर्च पाउडर, उड़द दाल और बेसन के चार खाद्य सैंपल लिए जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।
वही एफएसएसए (FSSA) 2006 के तहत अनिवार्य प्रावधानों का उल्लंघन करने के लिए 06 खाद्य संचलको को नोटिस भी जारी किया गया।
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कुछ महत्वपूर्ण आवश्यक जानकारी “पुलिस एक्शन न्यूज़” द्वारा जनहित में जारी-
फास्ट फूड पिज्जा-बर्गर से बढ़ रही अस्पतालों में मरीजों की भीड़।
कौन है इसके पीछे जिम्मेदार? क्यों आकर्षित होते हैं? क्यों नहीं छोड़ पाते?
ऐसे कई सवाल हैं, आईए जानते हैं क्या है पुरी सच्चाई।
जंकफूड खाना सेहत के लिए हानिकारक है, यह कोई नई बात तो नहीं है। लेकिन इसे जानते हुए भी हरकोई खाए जा रहा है, यह अचरज की बात जरूर है। इसका नतीजा भी सामने है। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल ‘द लांसेट’ में पब्लिश हुई एक स्टडी के मुताबिक, भारत में सिर्फ साल 2022 के आंकड़े देखें तो लगभग 1.25 करोड़ बच्चे और किशोर मोटापे का शिकार बने थे। इस स्टडी के केंद्र में सिर्फ बच्चे थे, जबकि युवा भी जंकफूड की लत से जूझ रहे हैं। नतीजतन मोटापा, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है। इससे हार्ट डिजीज बढ़ रही हैं, WHO के मुताबिक दुनिया में सबसे अधिक मौतें हार्ट डिजीज के चलते हो रही हैं। इसके पीछे बड़ी वजह जंकफूड ही हैं। इससे हार्ट अटैक का खतरा, बढ़ रहा डिप्रेशन।
क्यों लगती है फास्ट फूड की लत जर्मनी के मैक्स प्लैंक इंस्टिट्यूट फॉर मेटाबॉलिज्म रिसर्च की एक स्टडी के मुताबिक जंकफूड से हमें कार्ब्स और फैट एक साथ मिल जाते हैं, जो हमारे दिमाग को भे जाने वाले सिग्नल की जगह रिवॉर्ड सिस्टम एक्टिवेट कर देते हैं। इससे खाने का आनंद सिस्टम एक्टिवेट कर देते हैं। इससे खाने का आनंद कई गुना बढ़ जाता है, फिर हमारा दिमाग इसे बार- बार खाने की जिद करता है। जबकि Piedmont की एक रिसर्च के मुताबिक प्रोसेस्ड फूड में आमतौर पर ढेर सारा सॉल्ट, शुगर और फैट होता है। यह मुंह में जाकर अलग तरह का सेंसेशन पैदा करता है। इससे आपके मस्तिष्क को आनंद आता है। इसलिए दिमाग बार-बार इस आनंद की अनुभूति करना चाहता है। यही जंकफूड के लत की वजह बनता है। जंकफूड की लत लगने के पीछे की वजहों को कई टुकड़ों में बांटकर देखा गया तो इसके कई और कारण सामने आए। फास्ट फूड से बिगड़ रही सेहत । सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की एक स्टडी के मुताबिक हार्ट डिजीज के बढ़ते मामलों के पीछे फास्ट फूड, शराब और सिगरेट बड़े कारण हैं। बढ़ सकता ब्लड शुगर जंकफूड कार्बोहाइड्रेट का जखीरा होते हैं। एक साथ ज्यादा कार्बोहाइड्रेट आपके ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकता है। मेडिकल जर्नल अमेरिकन जर्नल ऑफ लाइफस्टाइल मेडिसिन में पब्लिश हुई एक स्टडी के मुताबिक कार्ब्स के कारण ही जंकफूड खाने से इंसुलिन लेवल अचानक से बढ़ सकता है। ब्लड में शुगर लेवल का इतनी तेजी से बढ़ना दिल को मुसीबत में डाल सकता है। ब्लड प्रेशर होता शूटअप फास्ट फूड में ढेर सारा सॉल्ट होता है, जो सोडियम की अधिक मात्रा के चलते होता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिसर्च में दावा किया गया है कि इससे धमनियों पर बुरा असर पड़ता है। ये सिकुड़ने लगती हैं, इससे ब्लड सर्कुलेशन में समस्या का सामना करना पड़ता है। यह ब्लड प्रेशर बढ़ा देता है और स्ट्रोक का भी कारण बन सकता है। खराब होती फैसले लेने की क्षमता जंकफूड का ट्रांस फैट और शुगर मेमोरी पॉवर को भी बुरी तरह प्रभावित करता है। इससे निर्ण लेने की क्षमता पर भी बुरा असर पड़ता है। कई स्टडीज के मुताबिक अगर इसका लंबे समय तक सेवन किया जाए तो डिमेंशिया होने का भी खतरा हो सकता है। डिप्रेशन और एंग्जायटी डर- हेल्थ जर्नल लिव वेल डोरसेट में पब्लिश हुई एक स्टडी के मुताबिक जंकफूड का असर आपके मूड पर भी पड़ता है। इसके मुताबिक जो लोग ज्यादा तला-भुना या पैकेज्ड फूड का सेवन करते हैं उन्हें डिप्रेशन और एंग्याजायटी का खतरा भी अधिक होता है। कैसे मिलेगा इस लत से छुटकारा-सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल में पब्लिश हुई साल 2023 की एक स्टडी के मुताबिक जंकफूड हमारे रुटीन का हिस्सा बन गया है। इसलिए सबसे पहले हमें अपनी भूख और जंकफूड की क्रेविंग के पैटर्न को समझना होगा। फिर धीरे-धीरे बदलाव लाने होंगे। पैटर्न समझकर करें टैकल जंकफूड की क्रेविंग के पैटर्न को एक बार समझ लिया जाए तो इससे दूरी बनाना आसान हो सकता है। दिल्ली की सीनियर न्यूट्रीशनिस्ट और डायटिक्स डॉ. अनु अग्रवाल के मुताबिक हमें स्वाद से ज्यादा एनर्जी की क्रेविंग होती है। अगर जंकफूड की क्रेविंग के समय हेल्दी फूड खा लिया जाए तो यह क्रेविंग शांत हो सकती है। धीरे-धीरे बनाएं दूरी- जंकफूड या किसी भी लत से अचानक दूरी नहीं बनाई जा सकती है। यह आपको बेचैन कर सकता है और दिमागी परेशानी दे सकता है। बेहतर है कि इससे धीरे-धीरे दूरी बनाई जाए। बनाना होगा मील प्लान- जंकफूड अवॉइड करने का एक अच्छा तरीका मील प्लान भी हो सकता है। आप अपने दिनभर के खाने का प्लान पहले से तैयार रखिए, इसमें जंकफूड को जगह ही मत दीजिए। इससे हेल्दी खाना भी खा पाएंगे और जंकफूड की क्रेविंग नहीं होगी। माइंडफुल ईटिंग भी अच्छा ऑप्शन- आप अपनी भूख के पीछे की वजहों को ध्यान से समझें। फिर खाते समय हर कौर के स्वाद को ध्यान से महसूस करें, उसे धीरे- धीरे चबाकर खाएं। जंकफूड खाने के पीछे के इमोशनल ट्रिगर्स को समझें और उनसे बचने की कोशिश करें। घर पर न लाएं जंकफूड-अगर आप जंकफूड छोड़ रहे हैं तो ध्यान रखें कि इसे घर पर कभी न लाएं। क्योंकि अगर आपको किसी चीज की लत रही है तो उसे देखकर फिर से क्रेविंग हो सकती है। खाएं खूब प्रोटीन- अगर प्रोटीन से भरपूर खाना खाया जाए तो भूख नियंत्रण में रहती है। क्योंकि इससे शरीर को पर्याप्त एनर्जी मिल जाती है। इसलिए शुगर या सॉल्ट खाने की इच्छा भी अपने आप कम हो जाएगी। चूंकि जंकफूड का सॉल्ट और शुगर ही क्रेविंग बढ़ाता है, इसलिए इससे भी छुटकारा मिल जाएगा।