शिक्षा के महत्व को देखते हुए मेहवड़ कला की प्रधान श्रीमती सबिया ने उत्तराखंड बोर्ड की दसवीं की परीक्षा पास करके साबित किया कि शिक्षा का महत्व बहुत जरूरी है विकास केवल शिक्षित पढे लिखे लोग ही कर सकते हैं। वहीं सभी को सबिया प्रधान से यह सीख लेनी चाहिए की शिक्षा की कोई उम्र नहीं होती वह किसी भी उम्र में की जा सकती है, जिसे शिक्षा का महत्व पता है वह शिक्षा ग्रहण करने के लिए सभी चुनौतियों को पार करते हुए आगे बढ़ता है और वास्तव में वही प्रेरणा का स्रोत बनते हैं, कहते हैं कि “शिक्षा उस शेरनी का दूध है जिसे, जिसने पिया है वही दहाड़ा है” यह साबित करके दिखाया है सबिया ने, सबिया ने उत्तराखंड बोर्ड की दसवीं बोर्ड की परीक्षा पास की तो सबिया के पति शहजाद ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए बताया कि सबिया आगे पढ़ना चाहती थी। जिसके लिए उन्होंने अपनी पत्नी का साथ दिया। और कहा कि हम सबको शिक्षा के महत्व को समझना चाहिए हम अपने बच्चों को तो पढ़ाते है। पर हमें भी खुद शिक्षा के लिए जागरूक होना भी हमारे लिए बहुत जरूरी है। वही सबिया प्रधान ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वह आगे भी अपनी पढ़ाई जारी रखेगीं, ताकि वह अपने गांव का विकास अच्छे से कर सके।
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