ढाबा/रेस्टोरेंट/फास्ट फूड स्टॉल्स) में मिलावटी पनीर, मिलावटी मसाले और मिलावटी चीज़ (cheese) का प्रयोग एक आम चिंता है, खासकर सस्ते या ज्यादा मुनाफा कमाने वाले खाने में। आइए इसे प्रैक्टिकल तरीके से समझते हैं।
1. मिलावटी पनीर
कैसे बनाते हैं?
दूध में सिंथेटिक दूध, डिटरजेंट या स्टार्च मिलाकर पनीर तैयार किया जाता है। यह देखने में असली लगता है लेकिन स्वाद, पोषण और सेहत के लिए हानिकारक होता है।
परीक्षण कैसे करें?
उबालने पर यह रबर जैसा हो जाता है या पानी छोड़ता है। टेस्ट में अजीब या केमिकल जैसा स्वाद हो सकता है।
2. मिलावटी मसाले
कैसे बनते हैं?
हल्दी में पीला रंग (लेड क्रोमेट), धनिया पाउडर में मिट्टी या चूना, मिर्च पाउडर में ईंट पाउडर या रंग मिलाया जा सकता है।
प्रैक्टिकल जांच:
पानी में डालने पर असली मसाला नीचे बैठता है, नकली ऊपर तैरता है या रंग छोड़ता है।
स्वाद में तीखापन ज्यादा या केमिकल जैसा लगता है।
3. मिलावटी चीज़
कैसी होती है?
सस्ती चीज़ में वनस्पति घी या प्लास्टिक जैसी फैट मिलाई जाती है, जो दिखने में चीज़ जैसी लगती है लेकिन हेल्दी नहीं होती।
जांच कैसे करें?
गरम करने पर असली चीज़ मेलनुमा पिघलती है, नकली चीज़ चिपचिपी या जलती हुई बदबू देती है।
टेस्ट में नकली चीज़ चटपटी या ऑयली लग सकती है।
-प्रैक्टिकल टिप्स:
सस्ता खाना = शक की गुंजाइश
बहुत सस्ते रेट पर चीज़-पनीर वाले आइटम मिलने पर उसमें मिलावट होने की संभावना बढ़ जाती है।
घरेलू टेस्टिंग किट अब बाज़ार में मिलती हैं (FSSAI approved) जिनसे आप पनीर, दूध, मसाले आदि की मिलावट जांच सकते हैं।